हिंदी दिवस // 14 सितम्बर 📜*

*📜 हिंदी दिवस // 14 सितम्बर 📜*

*हमारी भाषा, हमारा गौरव...*
*हमारी संस्कृति, हमारा सम्मान...*

*हिंदी*
हमारी *हिंदी*
राष्ट्र भाषा है *हिंदी*
हिन्द देश की आन है *हिंदी*
संस्कृत की लाडली बेटी है *हिंदी*
हिंदुस्तान की तो मातृभाषा है *हिंदी*
हमारा मान, सम्मान, अभिमान है *हिंदी*
हिंदुस्तान के माथे की तो बिंदी है यह *हिंदी*
सुंदर, मीठी, सरल और सहज भाषा है *हिंदी*
हम सबकी एकता की अनुपम परंपरा है *हिंदी*
सब जन को एकसूत्र में पिरोने वाली डोर है *हिंदी*
काल को जीत लिया वो कालजयी भाषा है *हिंदी*
स्वतंत्रता की अलख जगाने वाली भाषा है *हिंदी*
जिसके बिना हिंद थम जाए वो भाषा है *हिंदी*
गुलामी की जंजीर तोड़ने वाली थी *हिंदी*
हिंदुस्तान की तो जीवन रेखा है *हिंदी*
वीर सपूतों की लाडली थी *हिंदी*
स्वतंत्रता की कहानी है *हिंदी*
पराई नहीं अपनी है *हिंदी*
आपकी भी है *हिंदी*
मेरी भी है *हिंदी*
सबकी *हिंदी*
हिंदी *हिंदी*
*हिंदी*

*हिंदी एक श्रेष्ठ उन्नत भाषा है...*

✍️ जानिये अपनी भाषा के बारे में 👇

एक ही अंग के अलग-अलग भाव के अनुसार अलग शब्द पर्याय...

✓छू लो तो___चरण 
✓अडा दो तो__टांग 
✓धंस जाए तो__पैर 
✓फिसल जाए तो___पांव
✓आगे बढाना हो तो____कदम 
✓राह में चिन्ह छोड़ें तो____पद 
✓प्रभु के हो तो_____पाद 
✓बाप की हो तो____लात
✓गधे की पड़े तो__दुलत्ती
✓घुंघरू बांध दो तो__पग 
✓खाने के लिए____टंगड़ी 
✓खेलने के लिए___लंगडी 
✓अंग्रेजी में सिर्फ___LEG

*हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है...* इसलिए हिंदी अनुपम हैं...

क, ख, ग, घ, ङ - कंठव्य कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के समय 
ध्वनि कंठ से निकलती है। 
एक बार बोल कर देखिये।

च, छ, ज, झ,ञ - तालव्य कहे गए, 
क्योंकि इनके उच्चारण के समय 
जीभ तालू से लगती है।
एक बार बोल कर देखिये।

ट, ठ, ड, ढ , ण - मूर्धन्य कहे गए, 
क्योंकि इनका उच्चारण जीभ के 
मूर्धा से लगने पर ही सम्भव है। 
एक बार बोल कर देखिये।

त, थ, द, ध, न- दंतीय कहे गए, 
क्योंकि इनके उच्चारण के समय 
जीभ दांतों से लगती है। 
एक बार बोल कर देखिये।

प, फ, ब, भ, म - ओष्ठ्य कहे गए, 
क्योंकि इनका उच्चारण ओठों के 
मिलने पर ही होता है।
एक बार बोल कर देखिये।

हम अपनी भाषा पर गर्व करते हैं
ये सही है परन्तु लोगों को 
इसका कारण भी बताइये।
इतनी वैज्ञानिकता दुनिया की
किसी भाषा में नहीं है।

*इस्राइली भाषा हिब्रू है...*
इस्राइल बहुत अधिक विकसित हैं, क्यूंकि इस्राइल के लोग...
हिब्रू भाषा बोलते हैं !
हिब्रू भाषा लिखते हैं !
हिब्रू में ही सोचते हैं !

इस्राइल की पुस्तके भी हिब्रू भाषा में हैं!
इस्राइल के हर उत्पाद में
आपको हिब्रू भाषा मिलेगी !

जबकि भारत में भारतीयों को ढंग से हिंदी तो क्या अपनी क्षेत्रीय भाषाओं का भी ज्ञान नहीं!

*हिंदी भाषा का प्रयोग...*
✓अपने घर की नाम पट्टी में करें।
✓अपनी दुकानों पर करें।
✓अपने उत्पाद पर करें।
✓अपने हस्ताक्षर में करें।

●जापान में जापानी बोली जाती है!
●रूस में रशियन बोली जाती है!
●फ्रांस में फ्रेंच बोली जाती है!
●चीन में मंदारिन बोली जाती है!

इन सभी देशों ने अपनी भाषा को सम्मान दिया और आज ये देश विकसित हैं!

●भाषा सबसे बड़ी वैचारिक शक्ति है।
●भाषा आपकी संस्कृति की
सबसे बड़ी और गहरी नींव है।
●भाषा के ऊपर ही सांस्कृतिक विरासत का भवन खडा किया जाता है।
●भाषा के ऊपर ही
विज्ञान और संस्कार की इटें रखीं जाती हैं।
●संस्कृत एवं हिंदी भाषा
भारत को विश्व गुरु बनाएगी।

✓हिंदी में विचारें !
✓हिंदी में लिखें !
✓हिंदी बोलें !

साथ ही साथ अपने क्षेत्र की बोलियों और संस्कृत को भी संरक्षित करें...

! जय हिन्दी ! जय हिन्द ! जय भारत 

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